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नई दिल्ली: चंद्रयान-2 मिशन (Chandrayaan-3)को 22 जुलाई 2019 को लॉन्च किया गया था. करीब 2 महीने बाद 7 सितंबर 2019 को चंद्रमा के साउथ पोल पर उतरने की कोशिश कर रहा विक्रम लैंडर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इसी के साथ चंद्रयान का 47 दिन का सफल सफर खत्म हो गया था. इसके बाद से ही भारत चंद्रयान-3 मिशन की तैयारी कर रहा है.

Chandrayaan-3
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भारत में चंद्रयान-3 मिशन का इंतजार (Chandrayaan-3 Launching Date) एक और दिन बढ़ गया है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) गुरुवार को जानकारी दी कि चंद्रयान-3 को अब 13 जुलाई के बजाय 14 जुलाई को लॉन्च किया जाएगा. आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा सेंटर से दोपहर 2:35 बजे चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग होगी. अगर चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग सफल रहती है तो भारत ऐसा करने वाला चौथा देश बन जाएगा. इससे पहले अमेरिका, रूस और चीन चंद्रमा पर अपने स्पेसक्राफ्ट उतार चुके हैं.

(Chandrayaan-3)चंद्रयान-3 क्या है?
चंद्रयान मिशन के तहत इसरो चांद की स्टडी करना चाहता है. भारत ने पहली बार 2008 में चंद्रयान-1 की सफल लॉन्चिग की थी. इसके बाद 2019 में चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग में भारत को असफलता मिली. अब भारत चंद्रयान-3 लॉन्च करके इतिहास रचने की कोशिश में है. इसकी लॉन्चिंग श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से होगी. चंद्रयान-3 के तीन हिस्से- प्रोपल्शन मॉड्यूल, लैंडर मॉड्यूल और रोवर तैयार किए गए हैं. इन्हें जिसे टेक्निकल भाषा में मॉड्यूल कहते हैं.

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